Wednesday, 23 August 2017

बरसो गुजर गए ना जाने कब तेरा दीदार होगा...
.जिस दिन मिलूंगl तुमसे मेरी जिन्दगी का नया साल होगा

बरसो गुजर गए ना जाने कब तेरा दीदार होगा...
.जिस दिन मिलूंगl तुमसे मेरी जिन्दगी का नया साल होगा

खुदा ने मुझे, बड़े ही वफ़ादार दोस्तों से नवाज़ा हैं..
याद मैं ना करु तो ...गलती वो भी नहीं करतें.

छू जाते हो कितनी दफा तुम , मुझे ख़्वाब बन कर,
ये दुनिया तो यूँ ही कहती है कि , तुम मेरे करीब नहीं

बेवफा कहने से पहले मेरी रग रग का खून निचोड़ लेना..
कतरे कतरे से वफ़ा ना मिले तो बेशक मुझे छोड़ देना.

मेरी यादों की कश्ती उस समुन्दर मेँ तैरती हैं
जिस में पानी मेरी अपनी पलको का ही होता है..
यूँ तो मझे झूठ से सख्त नफरत थी,,,
लेकिन अच्छा लगता था जब वो मुझे अपना कहती थी

तुमने समझा ही नहीं...और ना समझना चाहा,
हम चाहते ही क्या थे तुमसे...?“तुम्हारे सिवा,,
I hate u " Love" ek glti b maaf nh ki!! itna he pyar kiya tha..bas

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